दोस्ती जब किसी से की जाए, दुश्मनों की भी राय ली जाए
शनिवार, 11 अप्रैल 2009
दोस्ती जब किसी से की जाए
दुश्मनों की भी राय ली जाए
मौत का ज़हर है फिजाओ में
अब कहा जाके साँस ली जाए
बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ
ये नदी कैसे पर की जाए
मेरे माजी के ज़ख्म भरने लगे
आज फ़िर कोई भूल की जाए
बोतले खोल के तो पी बरसो
आज दिल खोल के पी जाए
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