अबादतो की तरह में यह काम करता हूँ
मंगलवार, 10 फ़रवरी 2009
अबादतो की तरह में यह काम करता हूँ
मेरा उसूल है पहले सलाम करता हूँ
मखालफत से मेरी शक्सियत सवरती है
में दुश्मनों का बड़ा एहतराम करता हूँ
में अपनी जेब में अपना पता नही रखता
सफर में सिर्फ़ यही एहतमाम करता हूँ
में डर गया हूँ बहुत सायादार पेडो से
ज़रा सी धुप बिछा कर कयाम करता हूँ
मुझे खुदा ने ग़ज़ल का दयार बख्शा है
यह सल्तनत में मोह्हबत के नाम करता हूँ
डा. बशीर बदर
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