तमाम रिश्तो से इंकार करना चाहते है  

शनिवार, 7 मार्च 2009

तमाम रिश्तो से इंकार करना चाहते है
हम अपनी जात को दिवार करना चाहते है

हमारी जिंदगी जीना कोई मजाक न था
सो हम तुम्हे भी ख़बरदार करना चाहते है

अजीज़ मिलने लगे है बड़े खलूस के साथ
ये लोग कोई नया वार करना चाहते है

नसीम निकहत

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