अगर आप हमको मिल गए होते  

रविवार, 22 मार्च 2009

अगर आप हमको मिल गए होते
बाग़ में फूल खिल गए होते

आपने यू ही घूर कर देखा
होंठ तो यू भी सिल गए होते

काश हम आप इस तरह मिलते
जैसे दो वक्त मिल गए होते

हमको अहद--खिरद मिले ही नही
वरना कुछ मुनफईल मिल गए होते

उनकी आँखे ही कज लगर थी ' अदम '
दिल के परदे तो हिल गए होते

अदम

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4 टिप्पणियाँ: to “ अगर आप हमको मिल गए होते

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